दोस्तों आज के इस लेख में हम जानेंगे की Data Communication क्या होता है ? और साथ में ही Data Communication ke Types यानि डाटा कम्युनिकेशन के प्रकार , डाटा संचार क्या है ? ये सब चीज़े आज हम विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे तो आइये जानते है।
डाटा कम्युनिकेशन के प्रकार जानने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए की डाटा संचार या कम्युनिकेशन होता क्या है ?
Data Communication क्या है इससे क्या समझते है ?
डाटा कम्युनिकेशन दो शब्दों से मिल कर बना है, डाटा और कमिनिकेशन तो पहले आप इन दोनों को समझे ये Data क्या होता है ?
डाटा का basically मतलब होता है information यानि की जानकारी तो हमारे कंप्यूटर या कोई सा भी डिवाइस में डाटा मतलब होगा उसमे रखा इनफार्मेशन वही हमारा डाटा होगा। कम्युनिकेशन का क्या मतलब होता है ?
जब हम अपने पास रखा इनफार्मेशन या डाटा किसी के साथ साझा (शेयर) करते है। तो उसे ही कम्युनिकेशन कहा जाता है। तो डाटा कम्युनिकेशन मतलब यही हुआ की
जब हम अपने पास रखे डाटा को किसी के साथ साझा करते है तो उसे ही डाटा कम्युनिकेशन कहते है।
डाटा Communication Medium (माधयम) या डाटा लिंक क्या है ?
जब हम एक कंप्युटर से टर्मिनल या टर्मिनल से कंप्युटर तक डाटा के प्रवाह के लिए किसी माध्यम(medium) की आवश्यकता होती है जिसे Communication Line Or Communication Medium या Data Link कहते हैं।
अब आइये जानते है ये जो कम्युनिकेशन होता है वह कितने प्रकार से होता है
Types of Data communication – डाटा कम्युनिकेशन के प्रकार
डाटा के संचालन निम्न प्रकार से होता है।
- Standard Telephone Line
- Coaxial Cable
- Microwave Transmission
- Satellite Communication
- Optical Fibers
Standard Telephone line से Communication कैसे होता है ?
यह व्यापक रूप से उपयोग होने वाला डाटा कम्युनिकेशन माध्यम है। इसके ज्यादा प्रभावी रूप से उपयोग होने का कारण यह है, कि इसे जोड़ना सरल है तथा बड़ी मात्रा में टेलीफोन केबल लाइन उपलब्ध है। यह दो तांबे के तार होते हैं जिन पर कुचालक की एक परत चढ़ी होती है। और यह ज्यादातर जमीन के अंदर से गुजरती है।
Coaxial Cable से डाटा Communication कैसे होता है ?
Coaxial Cable क्या है?
कोएक्सिअल केबल एक उच्च गुणवत्ता के संचार माध्यम है। यह जमीन या समुद्र के नीचे से ले जाते हैं। Coaxial Cable के केंद्र में ठोस तार होता है जो कुचालक से चारों तरफ गिरा रहता है। इस कुचालक के ऊपर तार की जाली बनी होती है उसके ऊपर कुचालक की परत होती है। यह टेलीफोन तार की तुलना में महंगा होता है, पर अधिक डाटा कम्युनिकेशन की क्षमता होती है। इसका उपयोग केबल टीवी नेटवर्क का कंप्यूटर नेटवर्क में किया जाता है।
Microwave Transmission Or Infred transmission से कम्युनिकेशन कैसे होता है ?
यह सिस्टम में सिग्नल खुले जगह से होकर रेडियो सिग्नल की तरह संचालित किए जाते हैं। यह स्टैंड टेलीफोन लाइन तथा कोएक्सियल केबल की तुलना में तीव्र गति से संचार प्रदान करता है।
इस सिस्टम में डाटा सीधी रेखा से गमन करती है तथा एंटीना की आवश्यकता होती है। लगभग 30 मील ऊपर रेलवे स्टेशन की जरूरत होती है लंबी दूरी सिग्नल भेजने के लिए सिग्नल को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर विस्तार कर भेजा जाता है या बैंडविथ अच्छा प्रदान करता है पर वर्षा धूल बर्फ बादल खराब वातावरण से प्रभावित होता है इसका उपयोग टेलीविजन प्रसारण तथा सेल्यूलर नेटवर्क में होता है।
Satellite से Communication कैसे हो पता है ?
उपग्रह संचार तीव्र गति के डाटा संचार का माध्यम है। यह लंबी दूरी के संचार के लिए आदर्श माना जाता है। अंतरिक्ष में स्थित उपग्रह को जमीन पर स्थित स्टेशन से सिग्नल भेजा जाता है। वह उस सिग्नल का विस्तार कर दूसरे जमीनी स्टेशन को हजारों मील दूर अवस्थित होता है पुनः भेजता है। इस सिस्टम में विशाल डाटा का समूह तीव्र गति से अधिकतम दूरी तक भेजा जा सकता है।
Satellite कम्युनिकेशन का उपयोग कहा होता है ?
इसका उपयोग उपग्रह फोन, टीवी तथा इंटरनेट जैसे अधिक दूर के लिए होता है।
Optical Fibers से डाटा का संचार कैसे होता है ?
प्रकाशीय तंतु एक नई तकनीक है। जिसने धातु के तार और केबल के जगह एक विशेष प्रकार के ग्लास या प्लास्टिक के तंतु का उपयोग डाटा संचार के लिए किया जाता है। ये धातु की तुलना में काफी हल्की आकार में कम तथा तीव्र गति से डेटा संचारित करने के लिए सक्षम है। यह शोर कम तथा बैंडविथ अधिक प्रदान करता है। इसका उपयोग टेलीकम्युनिकेशन और नेटवर्किंग के लिए होता है या पूर्ण आंतरिक परावर्तन(Total Internal Reflection) के सिद्धांत पर कार्य करता है। यह रेडियो आवृत्ति अवरोधों से मुफ्त होता है।