नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जनेगे की जो कंप्यूटर आये दिन हम उपयोग में लेते है। क्या इसका भी वर्गीकरण होता है ?
तो इसका जवाब है हा कंप्यूटर का भी वर्गीकरण होता है। जो की कुछ खासियत के आधार पर किया जाता है।
आइये जानते है Types Of Computer और Classfication of Computer in Hindi
Special purpose and General purpose computer
Special purpose computer का उपयोग किसी एक निश्चित और विशेष तरह की कठिनाइयों को दूर करने के लिए किया जाता है। किसी विशेष उपयोग के लिए ऐसे सिस्टम अत्यधिक प्रभावी होते हैं।
उदाहरण :- Automatic traffic Control System (स्वचालित ट्रेफिक कंट्रोल सिस्टम), Automatic Aircraft Landing system (स्वचालित एयरक्राफ्ट लैंडिंग सिस्टम) इत्यादि
General purpose computer यह किसी विशेष कार्य के लिए निर्मित नहीं होते हैं। यह एक से अधिक कठिनाइयों को दूर करने में सक्षम होते हैं, तथा इनमें थोड़ा बहुत प्रोग्राम यह निर्देश में परिवर्तन कर भिन्न-भिन्न कार्य संपादित किए जा सकते हैं। इनका उपयोग साधारण Accounting (एकाउंटिंग) से लेकर जटिल अनुरुपण (simulation) तथा पूर्वानुमान(Forecasting) में होता है।
Classification of computer Based on working system-कार्य पद्धति के आधार पर कंप्यूटर का वर्गीकरण
1. Digital computer
डिजिटल कंप्यूटर में Data (आंकड़े) को इलेक्ट्रिक पल्स के रूप में निरूपित किया जाता है। जिसकी गणना 0 या 1 से निरूपित की जाती है। इसका एक अच्छा उदाहरण है डिजिटल घड़ी। इनकी गति तीव्र होती है तथा या करोड़ों गणनाए प्रति सेकंड कर सकता है। आधुनिक डिजिटल कंप्यूटर में Binary System (द्वीधारी पद्धति) का प्रयोग किया जाता है।
2. Analog computer
इसमें विद्युत के एनालॉग रूप का प्रयोग किया जाता है।इसकी गति धीमी होती हैं बोल्ट मीटर और बैरोमीटर इत्यादि एनालॉग यंत्र का उदाहरण है।
3. Hybrid computer
यह डिजिटल तथा एनालॉग का मिश्रण रूप है। इसमें इनपुट तथा आउटपुट एनालॉग रूप में होता है,परंतु प्रोसेसिंग डिजिटल रूप में होता है। इसमें एनालॉग से डिजिटल कन्वर्टर ADC तथा डिजिटल से एनालॉग कन्वर्टर DAC का उपयोग होता है।
Computer Classification Based on size – कंप्यूटर का वर्गीकरण साइज के अनुसार
Mainframe computer
इन मशीनों की विशेषता बेहद large internal memory storage (आंतरिक स्मृति संग्रहण क्षमता) तथा सॉफ्टवेयर और पेरीफेरल यंत्रों को वृहद रूप से जुड़ा जाना है। इसके कार्य करने की क्षमता तथा गति अत्यंत तीव्र होती हैं। इन सिस्टम पर एक साथ एक से multi user (अधिक लोग) विभिन्न कार्य कर सकते हैं। इसके लिए मल्टिकस ऑपरेटिंग सिस्टम का निर्माण Bell (बेल) प्रयोगशाला में किया गया।
जैसे :- बैंकिंग,अनुसंधान,रक्षा, अंतरिक्ष यादि के क्षेत्र में ।
उदाहरण:- IBM-370,IBM-S/390 तथा यूनिभैक-1110 इत्यादि
Mini computer
यह आकार में मेनफ्रेम से काफी छोटे होते हैं इनकी संग्रहण क्षमता और गधी अधिक होती है इस पर एक साथ कई लोग काम कर सकते हैं 80386 सुपर चीफ का प्रयोग इसमें करने पर और सुपर मिनी कंप्यूटर में बदल जाता है
उपयोग – कंपनी यात्री ,आरक्षण ,अनुसाधन इत्यादि
उदाहरण – AS 400, BULL HN- DPX2, HP 9000 and RISC 6000
Micro computer
Micro computer में प्रोसेसर के रूप में Micro Processor माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग होता है। इसमें इनपुट के लिए कीबोर्ड तथा को देखने के लिए मॉनिटर का उपयोग होता है। इसकी क्षमता 1 लाख संक्रियाएं प्रति सेकंड होती हैं।
उपयोग :- व्यवसायिक तौर पर, घरों में मनोरंजन, चिकित्सा इत्यादि के क्षेत्र में
उदाहरण:- Apple Mac, IBM, PS/2, IMAC etc
Personal computer
यह आकार में बहुत छोटे होते हैं। यह माइक्रो कंप्यूटर का ही एक रूप है। इस पर एक समय एक ही User (प्रवक्ता) कार्य कर जाता है। इसका ऑपरेटिंग सिस्टम एक साथ Multitasking कई कार्य कर सकता है। इसे इंटरनेट से भी जोड़ सकते हैं। भारत में निर्मित प्रथम कंप्यूटर का नाम सिद्धार्थ है। Packman पैकमैन नामक प्रसिद्ध कंप्यूटर खेल के लिए निर्मित हुआ था।
उपयोग:- घरों में, व्यवसायिक रूप से, मनोरंजन, आंकड़ों के संग्रह इत्यादि
उदाहरण:- IBM, HP, DELL, APPLE ETC के पर्सनल कंप्यूटर
Laptop
यह PC(Personal Computer) की तरह ही कार्य करता है,परंतु आकार में PC से भी छोटा तथा कहीं भी ले जाने योग होता है। CPU (सीपीयू), Monitor(मॉनिटर) Keyboard, mouse तथा अन्य ड्राइव भी इनमें संयुक्त होते हैं। यह बैटरी से भी कार्य करता है अतः कहीं भी इसको ले जाकर इसका उपयोग किया जा सकता है। Wifi, ब्लूटूथ की सहायता से इंटरनेट का भी उपयोग किया जा सकता है।
उदाहरण:- IBM, HP, DELL, LENOVO आदि के कंपनियों के लैपटॉप
Palmtop
यह आकार में बहुत ही छोटा कंप्यूटर है जिसे हथेली पर रखकर उपयोग किया जाता है। इसमें इनपुट ध्वनि के रूप में भी किया जाता है। इसे PDA भी कहा जाता है।
Super computer
सुपर कंप्यूटर एक कंप्यूटर है जिसकी Storage capacity (संग्रहण क्षमता) तथा गति अत्यधिक तीव्र हैं। यह अपनी पीढ़ी के दूसरे कंप्यूटरों की तुलना में अत्यधिक तीव्र है। इनमें हजारों माइक्रोप्रोसेसर लगे होते हैं। यह अब तक के सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर है।
World Frist super Computer (दुनिया का प्रथम सुपर कंप्यूटर)
विश्व का प्रथम सुपर कंप्यूटर 1976 ई. में क्रे-1 (cray-1) था जो क्रे रिसर्च कंपनी द्वारा विकसित किया था।
यह इतिहास में सबसे सफल सुपरकंप्यूटर हैं।
India’s Frist Super Computer – भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर
भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर परम C-DAC सी डेट द्वारा 1991 में विकसित किया गया था। वर्तमान प्रोसेसिंग क्षमता विशेषज्ञ गणना की गति में सुपर कंप्यूटर सबसे आगे हैं। इसमें Multi processing (मल्टिप्रोसेसिंग) तथा Parallel Processingसमानता प्रोसेसिंग प्रयुक्त होता है, जिसके द्वारा किसी भी कार्य को टुकड़ों में विभाजित किया जाता है तथा कई व्यक्ति एक साथ कार्य कर सकते हैं। इसका उपयोग animated graphics (एनिमेटेड ग्राफिक्स) परमाणु अनुशासन इत्यादि में होता हैं।
पेस सीरीज के सुपर कंप्यूटर DRDO (Defence Research and development organisation) हैदराबाद तथा अनुपम सीरीज के कंप्यूटर BARC (Bhabha Atomic Research Centre ) के द्वारा विकसित किया गया है। उदाहरण- CRAY-1