Bitcoin क्या है? इसे कैसे ख़रीदे | बिटकॉइन की सम्पूर्ण जानकारी

आज के इस लेख में हम सबसे चर्चित विषय बिटकॉइन के बारे में जानने वाले है, की आखिर ये बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? और यह क्यों इतना पॉपुलर हो रहा है? इस नई प्रकार की करेंसी के बारे में आज विस्तार से जानते है।

आज दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ता ही जा रहा है। ये तब से और ज्यादा मशहूर हो गया जब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है। जब इतनी बड़ी बड़ी कंपनी अपना हाथ इस तरह के क्रिप्टोकोर्रेंसी में डाल रही तो जाहिर सी बात है यह पॉपुलर होगा ही। 

बिटकॉइन क्या है – What is Bitcoin in Hindi 

Bitcoin एक डिजिटल Decentralized Virtual Currency है। करेंसी मतलब ‘पैसा’ जैसे रुपया, डॉलर ,यूरो इत्यादि जैसे ये सब Currency है वैसे ही बिटकॉइन भी है बस इसमें इन सब से बहुत ज्यादा अंतर है आइये जानते है वे सब क्या है? 

ये एक डिजिटल करेंसी है मतलब इसका अस्तित्व सिर्फ डिजिटल ही है ऑफलाइन इसका कोई अस्तित्व नहीं है। यह डिजिटल करेंसी है जाहिर सी बात है इसको रखने के लिए एक डिजिटल वॉलेट चाहिए। जैसे Paytm वॉलेट

डिजिटल Wallet मतलब जैसे हमारा बटुआ होता है जिसमे हम अपना पैसा रखते है। ठीक वैसे ही डिजिटल पैसा रखने के लिए डिजिटल वॉलेट होता है। 

आपको एक बात अच्छे से समझ लेनी चाहिए की जैसे जैसे इंटरनेट पॉपुलर होगा  इस तरह की currency की लोगो के बिच डिमांड बढ़ती  जाएगी। क्युकी बिना इंटरनेट इसकी कोई अस्तित्व नहीं है। 

Decentralized Currency क्या है – Bitcoin decentralized है इसका क्या मतलब हुआ इसका मतलब हुआ की जब हम कोई bitcoin में Transition (लेन-देन) करते है तो इसको मॉनिटर करने वाला बिच का कोई mediator नहीं होता जैसे की कोई और करेंसी में होता है। 

अगर हम रुपया में online लेन-देन करे तो बिच में बैंक होता है ऐसे ही किसी और तरह के currency में बैंक भेजने वाला और प्राप्त करने वाला के बिच में होता है ट्रांजीशन सही से हो इसकी देख रेख करने के लिए bitcoin में कोई बिच में नहीं होता है बिटकॉइन का ट्रांजीशन pear to pear होता है हम इसमें पैसे सीधे प्राप्तकर्ता के वॉलेट में भेजते है। इसी लिए यह प्रकार का Decentralized currency है। 

Virtual Currency – Bitcoin virtual currency है इसका क्या मतलब हुआ इसका मतलब हुआ की इसका कोई फिजिकल अस्तित्व नहीं है मतलब हम इसको देख और छू नहीं सकते है जैसे और करेंसी को हम डिजिटल भी इस्तेमाल कर सकते है और फिजिकल भी इस्तेमाल कर सकते है। Bitcoin के केस में हम सिर्फ इसको डिजिटल ही इस्तेमाल कर सकते है। 

Bitcoin एक प्रकार का cryptocurrency (क्रिप्टोकरेंसी) है। इसे क्रिप्टोकरेंसी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। मतलब इसके सारे ट्रांजीशन एन्क्रिप्टेड होता है।

बिटकॉइन से क्या होता है? 

चूँकि यह एक प्रकार का करेंसी है तो इसका इस्तेमाल हम Online भुगतान में करते है। हम इससे कोई सामान खरीद सकते है हालंकि अभी सभी जगह इसको Accept नहीं किया जाता पर भविष्य में ऐसा लग रहा है यह सभी जगह एक्सेप्ट होने लगेगा।

Bitcoin को online transactions में इस्तेमाल करने के लिए सबसे अच्छा और सुरक्षित माना जाता है. इसी वजह से आज कल बहुत से लोग Bitcoin को अपना रहे हैं जैसे online developers, entrepreneurs, non-profit organisations, हैकर  इत्यादि और इसी की वजह से bitcoin का उपयोग पूरी दुनिया में online Global payment के लिए किया जा रहा है.

बिटकॉइन बाकि के करेंसी से अलग इस लिए है बाकि currencies का इस्तेमालअगर हम online transactions में करते हैं तो banks के payment process को हमें follow करना होता है तभी जाकर हम payment कर पाते हैं, और हम जो transactions करते है उसका हिसाब हमारे bank account में मौजूद रहता है। जिससे की ये पता लगाया जा सकता है की पैसे कहाँ और किसे  भेजे गए हैं, लेकिन Bitcoin का तो कोई भी मालिक नहीं है इसलिए उसके साथ किये गए transactions एक public ledger(खाते) में record होकर रहता हैं जिसे bitcoin “block chain” कहते हैं।

ब्लॉक चैन क्या है – What is Block Chain ? 

बिटकॉइन में जितने भी Transition होते है उनका रिकॉर्ड Public Ledger में होता है और सारे ट्रांजीशन एक एक ब्लॉक में होता है और सभी ब्लॉक अपने से पीछे वाले का एड्रेस रखते है इस तरह इनका एक चैन बन जाता है जिसे हम ब्लॉक चैन  से जानते है। ये सारे रिकॉर्ड Encoded होते है Hash के रूप में तो इनका परीक्षण Minner करते है। 

Bitcoin कैसे काम करता है – लेन-देन कैसे होता है?

बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है इसी लिए इसे हम फिजिकली रख तो नहीं सकते परन्तु हम इसे डिजिटली स्टोर कर के रख सकते है। इसको स्टोर करने के लिए हम कोई वॉलेट का इस्तेमाल करते है ये Wallet कई तरह के होते है – desktop wallet, mobile wallet, online/ web-based wallet, hardware wallet इन में से एक wallet का इस्तेमाल कर हमें इसमें account बनाना होता है। 

ये वॉलेट हमें एक Unique id प्रदान करती है, इस id के माधयम से हम किसी को ऑनलाइन भुगतान करते है या बिटकॉइन प्राप्त करते है। हमारे द्वारा किये गए ट्रांजीशन को दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।

Bitcoin के जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के ठीक विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव होता रहता है। 

चूंकि यह किसी बैंक द्वारा Monitor नहीं होता है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे ‘माइनिंग’ नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है। 

Bitcoin से पैसे कैसे कमाए। How To Earn Money From Bitcoin

क्या Bitcoin से हम पैसे कमा सकते है? “जी है” आप बिटकॉइन से पैसे कमा सकते है यु कहे की बहुत ज्यादा कमा सकते है वो भी बहुत कम समय में तो आइये जानते है कैसे?

बिटकॉइन से पैसे निकालने के बहुत से तरीके है लेकिन आज हम तीन तरीकों के बारे में बात करेंगे जो काफी चर्चित है। 

1. पहला तरीका में हम ये करेंगे की आप अगर कोई online product किसी को बेच रहे हों और उस खरीददार के पास अगर bitcoin मौजूद है तो उससे आप पैसे न लेकर बदले में bitcoin ले लो, ऐसे में आप उन्हें वो सामान भी बेच देंगे और आपको bitcoin भी मिल जायेगा जो आपके bitcoin wallet में store हो कर रहेगा। फिर बाद में आप उस बिटकॉइन की कीमत बढ़ने पर बेच कर पैसे कमा  सकते हो। 

2. दूसरा तरीका ये काफी पॉपुलर है इसमें क्या करना होता है की अगर आपके पास कुछ saving हो जिसे आप invest करना चाहते है तो आप एक bitcoin सीधे 26,49,717₹ (06/2021 – Bitcoin price in india ) देकर खरीद सकते हैं। Bitcoin की कीमत बढ़ता घटता रहता है। अगर आपके पास इतना पैसा न हो की 1 bit-coin खरीद पाए तो  bitcoin की सबसे छोटी unit “satoshi” भी खरीद सकते हैं.

Satoshi क्या है?

सातोशी बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई है 1 Bitcoin = 100000000 (10 करोड़) होता है। 

जैसे 1 रुपये में 100 पैसे होते हैं ठीक उसी तरह 1 bitcoin में 10 करोड़ satoshi होते हैं तो आप अगर चाहे तो bitcoin की सबसे छोटी इकाई  satoshi खरीद कर धीरे धीरे 1 या उससे ज्यादा bitcoin जमा कर सकते हैं।  जब आपके पास bitcoin मौजूद हो जायेगा और उसका price बढ़ जायेगा तब आप उसे बेच कर ज्यादा पैसे कमा सकते हैं। 

3. हमारा तीसरा तरीका जो है वो है bitcoin mining तो चलिए अब जानते है ये बिटकॉइन माइनिंग क्या होता है और Mining कैसे होता है?

Bitcoin mining क्या और कैसे होता है?

जब कोई bitcoin से payment करता है तो उस transaction को verify किया जाता है। की वो सही है या नहीं चुकी यहाँ तो कोई बैंक नहीं है जो ये चेक करेगा की आपके अकाउंट में पैसे है या नहीं या आप जिसे पैसे भेज रहे है उसके पास पैसे गए या नहीं। ये सब चेक कौन करता है ये करते है minners जिसके लिए उन्हें high speed processor वाले computer की जरुरत पड़ती है जिसका hardware भी अच्छा होना चाहिये। 

इन miners के पास high performance computer और GPU होता है और वो इसके जरिये transactions को चेक करते हैं। और verify करते हैं की transactions सही है या नहीं या उसमे किसी तरह की हेरा फेरी तो नहीं की गयी है।  इस verification के बदले उन्हें कुछ bitcoins इनाम के तौर पे मिलता है और इस तरीके से नए bitcoin market में आते हैं। 

ये mining का काम कोई भी कर सकता है इसके लिए high speed processor वाले computer की जरुरत पड़ती है जिसे खरीदना हर किसी के बजट में नहीं होता है।

Market में 21 million से ज्यादा bitcoin market में नहीं आ सकते हैं। अभी की बात करें तो market में करीबन 13 million bitcoin आ चुके हैं, और नए bitcoin जो हैं वो अब mining के जरिये आयेंगे। 

BitCoin कैसे बनता है?

अभी आपने माइनिंग के बारे में समझा जो minner के द्वारा किया जाता है जो दुनिया के हर देश में है। जब ये minners कोई बिटकॉइन ट्रांजीशन को सफलता पूर्वक verify कर लेते है तो उन्हें कुछ बिटकॉइन इनाम के तौर पर मिल जाता है जो की नया बिटकॉइन होता है। ये कोई ट्रांजीशन चार्ज नहीं होता है। 

Bitcoin के जन्मदाता | Bitcoin किस country का है?

बिटकॉइन के जन्मदाता या इसका आविष्कारक Satoshi Nakamoto (सातोशी नाकामोटो) नामक एक अभियन्ता ने 2008 में किया था और 3 जनवरी 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था।

Basically सातोशी जापान के थे पर ये एक ओपन सोर्स है इस लिए बिटकॉइन पर किसी एक देश या राष्ट्र का  अधिकार नहीं है बल्कि ये सबके लिए है।

Bitcoin का Rate – बिटकॉइन का रेट इसके डिमांड पर निर्भर करता है। आप जानते है बिटकॉइन लिमिटेड है यानि 13 million से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है तो जैसे जैसे इसका डिमांड बढ़ेगा तो इसका Bicoin का price High होगा और डिमांड घटेगा यानि जब लोग ज्यादा बेचेंगे तो इसका rate घटेगा। 

उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।

भारत में बिटकॉइन क्या लीगल है?

हा अब भारत में भी बिटकॉइन से लेन – देन करना लीगल है हालाँकि पहले ऐसा नहीं था पहले भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल। क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।

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